समाजवादी अर्थव्यवस्था क्या है? (अर्थ, परिभाषा, समाजवादी अर्थव्यवस्था की विशेषताएं, smajwadi arthvyavastha, samajwadi arthvyavastha ka arth, pramukh visheshtayen)
ऐसी अर्थव्यवस्था जिसमें आर्थिक क्रियाओं (उत्पादन, उपभोग, निवेश एवं विनिमय) पर उस देश की सरकार या समाज द्वारा नियंत्रण किया जाता है। इसका संचालन सरकार द्वारा दिए गए साधनों के आधार पर निश्चित उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए किया जाता है।
आर्थिक क्रियाओं को नियंत्रित करने के लिए सरकार ठीक उसी प्रकार निर्णय लेती है जिस प्रकार योजना आयोग का निर्णय होता है कि उत्पादन क्या किया जाए, कितनी मात्रा में उत्पादन किया जाए, किस प्रकार इसका वितरण किया जाए?
समाजवादी अर्थव्यवस्था की परिभाषा (samajwadi arthvyavastha ki paribhasha)
समाजवादी अर्थव्यवस्था, एक ऐसी अर्थव्यवस्था है जिसमें उत्पत्ति के साधनों पर सरकारी नियंत्रण होता है। अर्थात उत्पादन के साधनों पर सार्वजनिक स्वामित्व होता है।
सेलर्स के अनुसार - "एक ऐसी जनतांत्रिक विचारधारा को समाजवाद कहा जा सकता है। जिसका उद्देश्य समाज में एक ऐसा आर्थिक संगठन स्थापित करना होता है जहां व्यक्ति को अधिकतम न्याय व स्वाधीनता प्राप्त हो सके।"
कार्ल मार्क्स को समाजवादी अर्थव्यवस्था का जनक माना जाता है। समाजवादी अर्थव्यवस्था को रूस, चीन जैसे देशों ने अपनाने का प्रयास किया है।
समाजवादी अर्थव्यवस्था की विशेषताएं (characteristics of socialist economy in hindi)
समाजवादी अर्थव्यवस्था की विशेषताएं (samajwadi arthvyavastha ki visheshtayen) निम्नलिखित हैं -
1. समाज का उत्पादन के साधनों पर स्वामित्व -
समाजवादी अर्थव्यवस्था में उत्पादनों के साधनों पर समाज का स्वामित्व होता है। अतः उत्पादक संपत्ति जैसे - भूमि, पूंजी आदि का प्रयोग निजी लाभ के लिए न किया जाकर सामाजिक उद्देश्य के लिए किया जाता है।
2. उत्पादन संबंधी निर्णय सरकार द्वारा -
समाजवादी अर्थव्यवस्था में उत्पादन संबंधी सभी निर्णय सरकार द्वारा किए जाते हैं। अर्थात समाजवादी अर्थव्यवस्था में आर्थिक स्वतंत्रता का अभाव होता है।
3. क़ीमत यंत्र महत्वपूर्ण नहीं -
समाजवादी अर्थव्यवस्था में क़ीमत यंत्र का विशेष स्थान नहीं होता है। केवल वस्तुओं के वितरण एवं आर्थिक लेखांकन में इनका सहारा लिया जाता है।
4. प्रतिस्पर्धा का अभाव -
समाजवादी अर्थव्यवस्था में उत्पादन के साधनों पर सरकार का नियंत्रण होता है जिस कारण सामान्य तौर पर प्रतिस्पर्धा का अभाव देखा जाता है।
5. आर्थिक समानता -
समाजवादी अर्थव्यवस्था में उत्पादन के साधनों पर सामाजिक स्वामित्व के कारण आर्थिक समानता होती है। आय के वितरण में जो थोड़ी बहुत जो भी असमानताएं होती है, वह अपनी कुशलता के गुण के कारण ही होती है।
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अर्थशास्त्र