स्थानीय संवाददाताओं द्वारा सूचना प्राप्ति की रीति - अर्थ, परिभाषा, गुण, दोष एवं सावधानियां (arth, gun, dosh, savdhaniya) | संवाददाताओं से सूचनाओं की प्राप्ति (Receive information by local correspondents in hindi)
अनुसंधान की एक ऐसी विधि जिसके अन्तर्गत विभिन्न स्थानों से, स्थानीय संवाददाताओं द्वारा लगातार सूचनाएं प्रेषित की जाती हैं। संवाददाताओं द्वारा सूचना प्राप्ति की विधि (Samvaddataon dvara suchna prapti ki vidhi) कहलाती है। इसके अंतर्गत अनुसंधानकर्ता द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में स्थानीय संवाददाताओं की नियुक्ति कर दी जाती है।
इस अंक में हम स्थानीय स्रोतों एवं संवाददाताओं द्वारा सूचना प्राप्ति की विधि क्या है? (Sthaniya sroton evam samvaddataon dvara suchna prapti ki vidhi) जानेंगे। साथ ही इसके गुण, दोष व इस अनुसंधान में की जाने वाली सावधानियों के बारे में विस्तार से जानेंगे।
अनुसंधान की इस विधि में अनुसंधानकर्ता द्वारा विभिन्न स्थानों पर स्थानीय व्यक्ति या विशेष संवाददाता नियुक्त कर दिए जाते हैं। जो नियमित रूप से अपने अनुभव के आधार पर सूचनाएं भेजते रहते हैं। प्रायः ये संवाददाता अनुमान एवं अपने अनुभव के आधार पर सूचनाएं भेजते रहते हैं। इसलिए स्थानीय संवाददाताओं के व्यक्तिगत अनुमानों में कुछ अशुद्धियों का होना स्वाभाविक है। किन्तु सांख्यिकीय रूप से उन अशुद्धियों को अनुसंधानकर्ता द्वारा दूर कर लेने के उपरांत, निष्कर्ष निकाल लिया जाता है।
परिभाषा - "अनुसंधान की ऐसी विधि जिसमें विभिन्न स्थानों पर नियुक्त संवाददाताओं द्वारा अपने अनुसंधान के उद्देश्य के अनुरूप लगातार सूचनाएं प्रेषित की जाती हैं। वह विधि संवाददाताओं से सूचना प्राप्ति की विधि कहलाती है।"
सामान्यतया पत्र पत्रिकाओं, आकाशवाणी तथा टेलीविजन पर न्यूज़ रिपोर्टर इसी विधि का प्रयोग करते हैं। सरकार भी फसल के अनुमान, थोक मूल्य सूचकांक आदि बनाने के लिए इस विधि का प्रयोग करती है। यह विधि सामान्यतः संवाददाताओं की कार्यकुशलता पर निर्भर करती है।
उदाहरण के तौर पर देखें तो आपने देखा होगा कि टीवी पर किस तरह से आजकल विभिन्न स्थानों पर तैनात संवाददाता तरह तरह की घटनाओं की सूचनाएं निरंतर अनुसंधानकर्ता (studio) तक प्रेषित करते रहते हैं। इसी तरह रेडियो के संवाददाता तथा समाचार पत्र पत्रिकाओं के लिए भी स्थानीय संवाददाता नियुक्त कर दिए जाते हैं जो लगातार अपने अनुभव के आधार पर सूचनाएं भेजते रहते हैं।
गुण / विशेषताएं / Merits
संवाददाताओं द्वारा सूचना प्राप्ति की विधि के गुण (Samvaddataon dvara suchna prapti ki vidhi ke gun) निम्नलिखित हैं -
(1) यह रीति मितव्ययी है क्योंकि इसमें बहुत ही सरलता से सूचनाएं प्राप्त की जा सकती हैं।
(2) यह रीति विस्तृत क्षेत्र के लिए उपयुक्त है। इसमें दूरस्थ क्षेत्रों से लगातार सूचनाएं प्राप्त की जा सकती हैं।
(3) इस विधि में धन, परिश्रम व समय का ख़र्च अपेक्षाक्रत कम होता है।
(4) इस विधि में दूरस्थ क्षेत्रों के परिणाम भी शीघ्र प्राप्त किए जा सकते हैं।
(2) यह रीति विस्तृत क्षेत्र के लिए उपयुक्त है। इसमें दूरस्थ क्षेत्रों से लगातार सूचनाएं प्राप्त की जा सकती हैं।
(3) इस विधि में धन, परिश्रम व समय का ख़र्च अपेक्षाक्रत कम होता है।
(4) इस विधि में दूरस्थ क्षेत्रों के परिणाम भी शीघ्र प्राप्त किए जा सकते हैं।
दोष / सीमाएं / Demerits
संवाददाताओं द्वारा सूचना प्राप्ति की विधि के दोष (Samvaddataon dvara suchna prapti ki vidhi ke dosh) निम्नलिखित हैं -(1) इस विधि द्वारा प्राप्त आंकड़ों (समंक) में प्रायः शुद्धता व मौलिकता का अभाव देखा जाता है। क्योंकि अधिकांश सूचनाएँ अनुमान के आधार पर भेज दी जाती हैं।
(2) इस विधि में अलग अलग स्थानों से अलग अलग संवाददाताओं द्वारा सूचनाएं भेजी जाती हैं। इसलिए इससे प्राप्त समंको में एकरूपता का अभाव देखा जाता है।
(3) इस विधि में संवाददाताओं द्वारा सूचनाओं के संकलन में पक्षपात की संभावना बनी रहती है।
(4) इस विधि में संकलित समंकों की सत्यता की पुष्टि नहीं हो पाती है।
इस विधि से सम्बन्धित सावधानियाँ (Savdhaniyan)
संवाददाताओं द्वारा सूचना प्राप्ति की विधि (Samvaddataon dvara suchna prapti ki vidhi) का प्रयोग करते समय निम्नलिखित सावधानियाँ अपनायी जानी चाहिए -
(2) इस विधि में नियुक्त किए गए स्थानीय संवाददाताओं में इतनी योग्यता तो होनी चाहिए कि वे समस्या को ठीक तरह से समझकर ही उपयुक्त जानकारी एकत्र कर सकें।
(3) इस विधि में विभिन्न स्थानों पर, प्रायः एक से अधिक संवाददाता नियुक्त किए जाने चाहिए ताकि वे सूचनाओं को एकत्र कर, आपसी समझ से उनकी अशुद्धियों की जाँच करने के उपरांत ही अनुसंधानकर्ता की ओर प्रेषित करें।
उम्मीद है हमारे इस अंक में आपने स्थानीय संवाददाताओं द्वारा सूचना प्राप्त करने की विधि (sthaniya samvaddataon dvara suchna prapt karne ki vidhi) को भलीभांति समझ लिया होगा। इसी तरह बने रहिए हमारी वेबसाइट Studyboosting के साथ।
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