आदर्श वर्गीकरण की कोई पांच विशेषताएं बताइए | एक अच्छे वर्गीकरण की पांच विशेषताएं

किसी अनुसंधान के तहत संकलित समंकों को उनके गुण, स्वभाव व प्रकृति की समानता के आधार पर विभिन्न वर्गों में विभाजित करने की प्रक्रिया को समंकों का वर्गीकरण (samanko ko vargikaran) कहा जाता है।




यह तो स्पष्ट है कि आंकड़ों के व्यवस्थिकरण अर्थात वर्गीकरण के अन्तर्गत, अनुसंधान में एकत्रित आंकड़ों (समंकों) को सुव्यवस्थित रूप से प्रस्तुत करने योग्य बनाया जाता है। तभी वह वर्गीकरण, एक आदर्श वर्गीकरण साबित हो सकता है।
 
संबंधित आंकड़ों को संकलित करने के बाद उन्हें वर्गीकृत (व्यवस्थित) करते समय अनुसंधानकर्ता को कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए। इसलिए इस अंक में हम जानेंगे कि एक आदर्श वर्गीकरण की विशेषताए क्या होती हैं? (ek adarsh vargikaran ki visheshtaen kya hoti hain?) 



एक अच्छे वर्गीकरण की विशेषताएं (ek achche vargikaran ki visheshtayen)

एक आदर्श वर्गीकरण की विशेषताएं (ek adarsh vargikaran ki visheshtayen) निम्न होनी चाहिए -

1. उद्देश्य की अनुरूपता -
वर्गीकरण का रूप उस अनुसंधान के उद्देश्य के अनुरूप होना चाहिए। वर्गीकरण के आधार, वर्गों के गुण, वर्गों की संख्या आदि का निर्धारण इस बात को ध्यान में रखकर करना चाहिए कि वर्गीकरण के अनुसंधान के उद्देश्य की पूर्ति हो सके।

2.  असंदिग्धता -
वर्गीकरण की प्रक्रिया में वर्ग स्पष्ट, सरल तथा असंदिग्ध होना चाहिए। प्राप्त समंकों को विभिन्न श्रेणियों या वर्गों में सरल व स्पष्ट रूप से विभाजित किया जाना चाहिए। ताकि वर्गीकरण की प्रक्रिया के दौरान किसी प्रकार का कोई संदेह न बना रहे।

3. सजातीयता -
किसी वर्ग विशेष का प्रत्येक पद उस गुण के अनुसार होना चाहिए जिसके आधार पर वर्गीकरण किया जा रहा है। एक प्रकार से मद या संख्या एक ही वर्ग में आये और प्रत्येक वर्ग एक दूसरे से भिन्न हो इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए।

4. स्थिरता -
एक आदर्श वर्गीकरण की यह विशेषता होनी चाहिए कि उसमें स्थिरता का गुण हो। वर्गीकरण के लिए प्रयोग किए गए विभिन्न आधारों व गुणों की परिभाषा स्थाई रखी जाए। और जहां तक संभव हो, इनमें परिवर्तन न किया जाए अन्यथा वर्गीकरण के अन्तर्गत सूचनाओं के तुलनात्मक अध्ययन में कठिनाई होती है।


5. लोचशीलता -
आदर्श वर्गीकरण में लोचशीलता का गुण अवश्य होना चाहिए। वर्गीकरण ऐसा होना चाहिए कि भविष्य में परिवर्तित परिस्थितियों के अनुसार ढाला जा सके अर्थात उसमें नए वर्ग जोड़े जा सकें। साथ ही अर्थहीन तथा अनावश्यक वर्गों को आसानी से निकाला जा सके।

इस अंक के माध्यम से "एक आदर्श वर्गीकरण की विशेषता क्या है (ek adarsh vargikaran ki visheshta kya hai?)" आपने अच्छी तरह जान लिया होगा। उम्मीद है यह अंक आपके अध्ययन में अवश्य मददगार साबित होगा।


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